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मिशन प्रकृति – हिंदी

क्या आप हमेशा से पृथ्वी को सभी प्राणियों का एक बेहतर निवास बनाने में भूमिका निभाना चाहते आ रहे हैं? क्या आप सभी के लिए एक स्थाई भविष्य बनाने में मदद करना चाहते हैं, लेकिन जानते नहीं कि शुरुआत कहाँ से करें?

A Self-paced Course By : WWF-INDIA

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What you will learn

हरित भविष्य के लिए स्कूलों और समुदायों में बदलाव

क्या आप हमेशा से पृथ्वी को सभी प्राणियों का एक बेहतर निवास बनाने में भूमिका निभाना चाहते आ रहे हैं? क्या आप सभी के लिए एक स्थाई भविष्य बनाने में मदद करना चाहते हैं, लेकिन जानते नहीं कि शुरुआत कहाँ से करें?

मिशन प्रकृति में आपका स्वागत है!

मिशन प्रकृति एक नया आंदोलन है जहाँ से आप व्यक्तिगत और सामूहिक तौर पर कारवाई के ज़रिए, एक टिकाऊ दुनिया बनाने में अपना योगदान दे सकते हैं। इस मिशन में आप एक ऐसा भविष्य बनाने में मदद कर सकते हैं जिसमें लोग और प्रकृति आपसी सद्भाव से पनपें!

समय आ गया है कि आप अपने अन्दर के हरित नायक यानी ‘ग्रीन हीरो’ को जगाकर पृथ्वी को बचाने में मदद करें, एक बार में बस एक कदम उठाना है!

अपने मिशन प्रकृति को लॉन्च करने के लिए यहाँ क्लिक करें!

  1. प्रकृति और अपने आस-पास की दुनिया का पता लगाना, उसे बारीकी से देखना यानी अवलोकन करना, समझना और उससे जुड़ना
  2. स्थिरता और टिकाऊ दुनिया के लिए के लिए अपनी रोजमर्रा की आदतें और व्यवहार को विकसित करना
  3. इस पर चर्चा और चिंतन करना कि स्थिरता में योगदान के लिए व्यक्तिगत और सामूहिक तौर पर कैसे कार्य किया जाए
  4. टिकाऊ स्कूल और समुदाय बनाने के लिए व्यावहारिक विचार और समाधान विकसित करना
  5. पर्यावरण-दूत बनना जो दूसरों को भी सही कदम उठाने को प्रेरित करे
Current Status
Not Enrolled
Price
Free
Get Started

लम्बा (पूरा) विवरण   

मिशन प्रकृति में आपका स्वागत है, जो कि स्कूलों और समुदायों को हरा-भरा करने और एक टिकाऊ दुनिया बनाने के लिए छात्र-नेतृत्व वाला आंदोलन है। 

यह पाठ्यक्रम (कोर्स) आपको स्कूल और गली मोहल्ले, सोसाइटी, समुदाय में अपने खुद के मिशन प्रकृति लॉन्च के लिए तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसके चार मॉड्यूलों के ज़रिए आप मिशन प्रकृति के पीछे के सिद्धांतों को समझ पाएंगे। यह भी समझ पाएंगे कि हमारे देश की जैव विविधता का पता कैसे लगाएं, अपने आस-पास की प्रकृति से कैसे जुड़ें, एक हरित विद्यालय बनाने के लिए संपूर्ण-विद्यालय दृष्टिकोण का कैसे उपयोग करें और जो आपने सीखा है, उसे आगे बढ़ाते हुए कैसे लागू करें और अपने इलाके को हरा-भरा कैसे बनाएं। 


मिशन प्रकृति क्यों?  

हम और बाकी सभी प्राणी, अपने अस्तित्व के हर एक पहलू के लिए इस पृथ्वी पर निर्भर हैं। दुःख की बात यह है कि इन्सान के कामों की वजह से भूमि, जल और वायु प्रदूषित हो गए हैं, कई प्राणियों के आवासों का नुकसान पहुँचा है और बहुत सी प्रजातियों की संख्या तेज़ी से गिर गई है। 

पर अभी सब खत्म नहीं हुआ है! हम बदलाव ला सकते हैं। हममें से हर एक इन्सान इस बदलाव को प्रभावित कर सकता है। दूसरों के साथ मिलकर काम करने से हमारी छोटी-छोटी कोशिशें भी बड़े बदलाव में बदल सकती हैं। और इनसे हमारे पर्यावरण में बदलाव आ सकते हैं। 

मिशन प्रकृति स्कूली छात्रों को हरित-स्कूल बनाने और अपने गली मोहल्ले, सोसाइटी को हरित-समुदायों में बदलने की दिशा में काम करने के लिए तैयार करता है। 

स्कूल जहाँ बच्चों के दिमाग पनपते हैं, हमारे भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्कूल में बच्चों को एक छोटा सा समुदाय मिलता है- दोस्तों, साथियों और सहायक बड़ों का, जिनके साथ वे पर्यावरण पर पड़ने वाले हमारे प्रभाव के बारे में सीख सकते हैं, बदलाव के लिए समर्थन जुटा सकते हैं और अपने स्कूल को हरित स्कूल बनाने के लिए आंदोलन की शुरुआत कर सकते हैं। फिर इन बच्चों को अपने समुदायों को हरित समुदायों में बदलने के लिए अपनी कोशिशों को आगे बढ़ाने के लिए तैयार किया जाता है। इसलिए, मिशन प्रकृति की यात्रा में तीन चरण शामिल हैं- प्रकृति से जुड़ना, हरित स्कूल बनाना और हरित समुदाय बनाना। 

इस मिशन के दौरान आपकी उपलब्धियाँ सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी-Sustainable Development Goals ) में योगदान देंगी, जो कि वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों द्वारा अपनाए गए उद्देश्यों और लक्ष्यों का एक सेट है। एसडीजी का लक्ष्य गरीबी को समाप्त करना, हमारी पृथ्वी की रक्षा करना और यह सुनिश्चित करना है कि वर्ष 2030 तक सभी लोग शांति और समृद्धि का आनंद ले रहे हों। 

मिशन प्रकृति से कैसे जुड़ें? 

मिशन प्रकृति का एक सदस्य बनने से आपकी प्रकृति चैंपियन बनने की यात्रा हो जाएगी! मिशन प्रकृति पुस्तिका से आपको कई व्यावहारिक विचारों और गतिविधियों का पता चलेगा जिन्हें आप अपने साथियों, शिक्षकों, माता-पिता और समुदाय के दूसरे लोगों के साथ मिलकर कर सकते हैं। पुस्तिका वाला यह संसाधन आपके हरित आंदोलन को तेज़ करने में मदद करेगा। 

आप बदलाव का हिस्सा बन सकते हैं! मिशन प्रकृति के लिए यहाँ क्लिक करें! 

एक ढांचा जो ‘आपको’ पर्यावरणीय गतिविधि के केंद्र में ला खड़ा करता है 

दुनिया को अधिक टिकाऊ बनाने के लिए मिशन प्रकृति की शुरुआत होती है व्यक्तिगत करवाई से। फिर यह स्कूल तक फैलता है, और फिर बड़े पैमाने पर समुदाय तक। आपका मिशन तीन चरणों में आगे बढ़ेगा। 

  1. अपने देश को पहचानना 

हमारा देश भारत दुनिया की लगभग 7-8% प्राणियों की प्रजातियों का घर है। इस विशाल विविधता वाले देश में कई स्थानिक प्राणी प्रजातियाँ हैं जो दुनिया में और कहीं पाई नहीं जाती हैं। क्या आप जानते हैं ये प्रजातियाँ कौन सी हैं? हम जिन चीज़ों के बारे में जानते हैं और परवाह करते हैं, इस बात की अधिक संभावना रहती कि है हम उनकी रक्षा करेंगे। इसीलिए मिशन प्रकृति यात्रा में आपका पहला कदम देश की समृद्ध जैव विविधता के बारे में अधिक जानना है। अपनी स्थानीय जैव विविधता और उन पेड़-पौधों, जीवों के सामने आने वाले खतरों को समझने से आपको अपने कामों के प्रभावों को पहचानने और उनका विश्लेषण करने में मदद मिलती है। यह भी कि हम चीज़ों को अलग तरीके से कैसे कर सकते हैं। 

  1. हमारा हरित स्कूल 

मिशन प्रकृति से आप अपने स्कूल को पर्यावरण-अनुकूल स्थान में बदल सकते हैं। यह आंदोलन हरित मूल्यों को विकसित करने में मदद करता है, जो हमें व्यवहार और सही विकल्पों को चुनने का रास्ता दिखाते हैं ताकि हम अधिक टिकाऊ ढंग से जी सकें। मिशन प्रकृति हरित स्कूल बनाने के लिए 360-डिग्री दृष्टिकोण का उपयोग करता है और छात्रों, शिक्षकों, स्टाफ के अन्य सदस्यों, अभिभावकों और स्थानीय समुदाय लोगों को उसमें शामिल करता है।  

  1. हमारा हरित समुदाय   

मिशन प्रकृति यात्रा के तीसरे चरण में सीखी गई बातों को गली मोहल्ले, सोसाइटी, समुदाय में लागू करने के लिए, उनके विस्तार की ज़रूरत होती है। मिशन प्रकृति आपको न केवल अपने स्कूल में, बल्कि अपने परिवार, आस-पड़ोस और बड़े समुदाय में भी पर्यावरण-दूत बनने को प्रोत्साहित करता है। जब समुदाय के सभी सदस्य हरित स्थान बनाने के फायदों को समझ लेते हैं, तो वे ऐसी जगह बनाने और समुदाय को हरित समुदाय में बदलने की दिशा में कदम उठाते हैं। 

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